आजकल के इस भागदौड़ भरे युग में अनियमित जीवनशैली के चलते जो बीमारी सर्वाधिक लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है वह है शुगर यानि डायबिटीज। यह ऐसी बीमारी है जो एक बार किसी के शरीर को पकड़ ले तो उसे फिर जीवन भर छोड़ती नहीं। इस बीमारी का जो सबसे बुरा पक्ष है वह यह है कि यह शरीर में अन्य कई बीमारियों को भी निमंत्रण देती है।
शुगर यानि डायबिटीज की बीमारी बहुत ज्यादा फ़ैल रही है|शुगर की बीमारी का पता व्यक्ति को तुरंत नहीं चलता| व्यक्ति को छोटी मोटी दिक्कतें होती हैं| जैसे- ज्यादा भूख लगना, प्यास लगना, धुंधला दिखाई देना, थकान होना आदि| लेकिन व्यक्ति इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देता है|
Pancreas Gland के ठीक से व्यवहार न करने से इन्सुलिन हॉर्मोन कम होने लगते हैं या बिलकुल बंद हो जाते हैं जिससे Body में Energy नहीं रहती और मनुष्य कमजोर होने लगता है। बॉडी में इन्सुलिन हॉर्मोन का कम निर्माण होने से सेल्स को ताकत नहीं मिलती यही आगे चलकर डायबिटीज का कारण बनता है। चक्कर आना, बेहोश हो जाना या फिर अचानक दिल की धड़कनों का तेज़ हो जाना शरीर में इन्सुलिन हार्मोन की कमी को दर्शाता है।
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शुगर खाने से डायबिटीज नहीं होती है| लेकिन डायबिटीज होने के बाद शुगर नहीं खाना चाहिए| डायबिटीज का प्रभाव शरीर के किसी भी अंग पर पड़ सकता है। आंखों और किडनी पर इसका असर सबसे ज्यादा होता है। इसके कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ता जाता है |और इससे आंखों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं |डायबिटीज से ग्रस्त लगभग 30 प्रतिशत लोगों को किडनी की बीमारी हो जाती है।
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डायबिटीज यानी शुगर होने के कारण:
डायबिटीज के अनेक कारण है जिसमे से निचे दिए गए प्रमुख है|अगर किसी इंसान को इनमे से ज्यादातर लक्षण दिखाई दे तो तुरतं जांच करवानी चाहिए|
1) अनियमित खानपान –
डायबिटीज यानी शुगर का एक बड़ा कारण हमारे खाने पिने में लापरवाही है| क्योकि हमारे खाने का कोई सही समय नहीं होता है| इसीलिए खाने का एक संतुलित समय बनायें| और समय पर भोजन जरूर करें| कुछ लोग सुबह नाश्ता नहीं करते |और जब दोपहर को तेज भूख लगती है तो बहुत ज्यादा खा लेते हैं | जिसे पचाना इस शरीर के लिए मुश्किल हो जाता है| इसलिए संतुलित रूप में खायें|
2) नींद कम लेना –
कम सोने वाले रोगियों में डायबिटीज यानी शुगर होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है|कभी-कभी कम सोना तो नार्मल बात है| लेकिन अगर आप लगातार कम ही सो रहे हैं, तो सावधान हो जायें| ऐसे लोगों को शुगर की बीमारी जल्दी अपना शिकार बनाती है| इसीलिए सही समय पर सोये और भरपूर नींद ले|
3) बहुत अधिक खाना –
जरुरत से ज्यादा खाना भी डायबिटीज का कारण है|ज्यादा खाना ना सिर्फ पाचन तंत्र के लिए नुकसानदायक होता है| बल्कि यह आपको शुगर का रोगी भी बना सकता है| कुछ लोगों को खाने पर बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं होता है इसलिए उतना ही भोजन करें जितने की जरुरत है| भूख लग रही हो तो भोजन जरुर करें| और शाम को हल्का भोजन ही करें|अपने आहार में पौष्टिक चीजें शामिल करें
4) मोटापा बढ़ना –
मोटे लोग शुगर की बीमारी का आसानी से शिकार हो जाते हैं |या यूँ कहिये कि शुगर की बीमारी ज्यादातर मोटे लोगों को ही होती है| मोटापे को कंट्रोल में रखें क्यूंकि मोटापा आपको शुगर के अलावा अन्य बिमारियों का शिकार भी बना सकता है|रात को देर से भोजन करने से शरीर को वजन बढ़ जाता है| जिससे ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो जाता है और डायबिटीज की समस्या हो जाती है।
5) मानसिक तनाव और डिप्रेशन–
ज्यादा तनाव में रहने पर हमारा शुगर लेवल बढ़ जाता है|हर समय तनाव में रहना या फिर डिप्रेशन से प्रभावित रहते हैं, तो सावधान हो जायें| ज्यादा मानसिक तनाव में रहने वालों को शुगर का खतरा बढ़ जाता है| हमेशा हंसते और मुस्कुराते रहें|
6) शारीरिक क्षम न करना –
शारीरिक श्रम ना करना भी डायबिटीज का एक कारण है | कुछ लोगों की दिनचर्या ऐसी होती है की वे एक जगह बैठ कर काम करते है, और ना ही व्यायाम के लिए समय निकालते है।जो लोग दिनभर ऑफिस में कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं और बिल्कुल भी व्यायाम नहीं करते उन लोगों को शुगर की बीमारी होने के बढ़ जाते हैं| भोजन के सही पाचन के लिए थोड़ा शारिरिक व्यायाम बेहद जरुरी है| शारीरिक निष्क्रियता आपकी प्रतिरोधक क्षमता पर सीधा असर डालता है
7) जंक फ़ूड का सेवन –
जो लोग जंक फ़ूड जादा खाते है| उनमें शुगर होने की सम्भावना ज्यादा होती है। जितने भी जंक फ़ूड हैं, उनमें ताकत या एनर्जी तो होती नहीं है| जो आपके शरीर को चाहिए |लेकिन इन सबमें फैट, ऑयल ये सब बहुत ज्यादा होता है|जिससे शरीर में कैलोरीज की मात्रा जरुरत से ज्यादा बढ़ जाती है| लगातार इन सबका सेवन आपकी पाचनशक्ति को प्रभावित करता है| और मोटापा बढ़ता है जिसके कारण इन्सुलिन उस मात्रा में नहीं बन पाता जिससे शरीर में शुगर लेवल में बढ़ोतरी होती है|
8) धूम्रपान या तंबाकू है हानिकारक-
जो लोग धूम्रपान तंबाकू या फिर किसी दूसरे नशे का सेवन करते हैं |उन व्यक्तियों में शुगर होने की संभावना बढ़ जाती है| इसीलिए धूम्रपान या कोई भी नशा आपको नहीं करना चाहिए |क्योंकि यह आपके लिए बहुत ही हानिकारक होता है|
9) दवाइयों का सेवन-
अधिक मात्रा में किसी भी प्रकार की दवाइयों का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदायक होता है| इसीलिए हमेशा दवाइयां डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए| यह भी शुगर होने का एक कारण है|
10) अनुवांशिकता –
डायबिटीज यानी शुगर एक अनुवांशिक (genetic) रोग भी है| अगर आपके परिवार में जैसे माता को या पिता को या भाई को किसी को भी डायबिटीज की बीमारी है, तो आपको भी डायबिटीज (शुगर )होने की संभावना बढ़ सकती है| इससे बचने का सबसे अच्छा उपाय यही है कि आप पहले से ही सावधान रहें और खान-पान का खास ख्याल रखें और अपना शुगर लेवल भी चेक कराते रहें
डायबिटीज यानी शुगर होने से बचने के कुछ उपाय:
- डायबिटीज के रोगी नियमित रूप से अपने शुगर लेवल की जांच करवाए|
- बिना किसी डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न ले|
- रात को जल्दी सोकर सुबह जल्दी उठने की आदत डाले|
- नीम की दातुन करना भी बेहद फायदेमंद होता है| और जब नीम की दातुन करते हैं, तो मुंह में जो सलाइवा बनता है| उसे भी पि जाइए| या फिर आप नीम की पत्तियां भी चबा सकते हैं|
- ज्यादा हैवी खाना खाना न खाए| खाना हल्का खाए|
- खाना खाने के बाद टहले और पैदल चले|
- अगर आप मोटे है, तो पहले अपना वजन कण्ट्रोल करे| शुगर जैसी बीमारी में अपने वजन को कंट्रोल में रखना बहुत जरुरी है| क्योंकी शुगर यानि डायबिटीज ज्यादातर मोटापे की वजह से ही होती है।
- भोजन करने से पूर्व थोड़ा सलाद खाए| व खाना हमेशा धीरे धीरे और चबा चबा कर खाये।
- शुगर से पीड़ित व्यक्ति को जादा देर तक भूखा नहीं रहना चाहिए व उपवास भी नहीं रखना चाहिए।
- अपने पास हमेशा शुगर कैंडी और विस्किट जरुर रखें| यदि आपका शुगर लेवल 70 से नीचे आ जाएँ, तो आप ग्लूकोज विस्किट खाएं|
- किसी भी प्रकार का मानसिक तनाव ना लें| जितना हो मानसिक तनाव से दूर रहें| क्योंकि यह न सिर्फ वजन बढ़ता है |और इन्सुलिन कम होने का कारण भी बनता हैं|
- अपने शुगर लेवल को हाई ना होने दें ।
- उचित व्यायाम अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। रोज़ एक्सरसाइज करने से हमारा मटैबलिज़म भी अच्छा रहता है, जो की शुगर के रिस्क को भी कम करता है।
- एक्योप्रेस्सर में बाये हाथ की हथेली में सबसे छोटी ऊँगली के निचे बड़ी रेखा के निचे दबाये| इससे आप शुगर की बीमारी से बच सकते है|
- चाय पीना वह भी चीनी डालकर ऐसा बिलकुल न करे|
- ज़रा ज़रा सी बात को लेकर परेशान न हों। आपकी टेंशन, चिंता, तनाव आपको मधुमेह का रोगी बना सकता है या रोग को बढ़ा सकता है
- पूरी नींद लें। नींद में ही शरीर की थकान ख़त्म होती है। टूटी फूटी कोशिकाओं की मरम्मत होती है तथा हमारे शरीर को पुनः ऊर्जा प्राप्त होती है।
- समय समय पर अपनी शरीर की जांच करवाएं। समय समय पर होनी वाली स्वास्थ्य जांच से आप जटिल रोगों से दूरी बनाये रख सकते हैं। जांच के पश्चात् डॉक्टर के परामर्श के अनुसार अपनी खान-पान तथा दिनचर्या परिवर्तित करें।
- एक ब्लड ग्लूकोस मानिटर खरीद लें जिस से आप अपने घर पर ही अपने शुगर लेवल को जान सकते है। आपको पता रहेगा की आप का शुगर लेवल नार्मल है या नहीं, ऐसा करने से आप जोखिम से मुक्त रहेंगे
- अपने खाने में शुगर यानी चीनी का इस्तेमाल ना करे इससे शरीर में इन्सुलिन को संतुलित करना आसान है।
- धूम्रपान, शराब आदि नशीले पदार्थों का सेवन कम या बिलकुल ही बंद कर दें।धूम्रपान की आदत छोड़ देने से आपका स्वास्थ्य तो अच्छा रहेगा ही साथ ही डायबिटीज भी कंट्रोल रहेगी
- रोजाना ग्रीन टी का सेवन करें क्योंकि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके ब्लड मैं शुगर को नार्मल रखता है।ग्रीन टी में उच्च मात्रा में पॉलीफिनॉल पाया जाता है| ये एक सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट है| जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार है| प्रतिदिन सुबह और शाम ग्रीन टी पीने से फायदा होगा|
- छोटे छोटे अन्तराल में भोजन ले | थोड़े-थोड़े अन्तराल में भोजन करने से पोषक तत्व ज्यादा अब्ज़ोर्ब होते है। और फैट शरीर में कम जमा होता है।जिसे इन्सुलिन नार्मल हो जाती है।
- बाजार में सुगर फ्री गोलियां चली हुई हैं| उनका इस्तेमाल बिलकुल ना करे। प्रकृति की बनायी हुई चीजों का सेवन करें।
- हमारे शरीर को जितना मीठा या शर्करा चाहिए वो हमें फलों, सब्ज़ियों आदि से मिल ही जाता है। अलग से मीठा खाने की आवश्यकता नहीं होती। इसलिए मीठे से परहेज़ करें।
- कम कैलोरी वाला भोजन ग्रहण करें। यदि आप बहुत अधिक शारीरिक व्यायाम करते हैं, तो आप अधिक कैलोरी ले सकते हैं। लेकिन यदि आप अधिक शारीरिक व्यायाम, कसरत या भाग दौड़ नहीं करते तो अधिक कैलोरी वाला भोजन आपके लिए उचित नहीं है।
- सरबत का सेवन नहीं करना चाहिए|
- खाने में नमक की मात्रा कम लें |और खाना खाने के बाद दस मिनट तक तेज क़दमों से जरुर टहले|
- खाना खाने के बाद आप इमली का पानी भी पी सकते है |
- एक चौथाई दालचीनी पाउडर एक कप पानी में सुबह और शाम घोलकर पीना है|
- खीरा ,टमाटर और करेला को मिलाकर जूस बनाये और सुबह शाम पिए|
- रोज सुबह खाली पेट तरबूज के जूस का सेवन करें, इससे आपका ब्लड शुगर सामान्य बना रहेगा।
- अंजीर की पत्तियां लम्बे समय से शुगर में लाभकारी मानी जाती है, इसके इस्तेमाल से शरीर में इन्सुलिन की मात्रा कम होती है, इनका सेवन रोज सुबह खाली पेट करने से फायदा मिलता है।
- घी, नारियल का तेल, चिकनाई युक्त चीजो जैसे पूरी, कचौड़ी, समोसा, पकौड़े आदि खाने से भी बचना चाहिए|
- शरीर में शुगर लेवल को कम करने में कड़वी चीजें बहुत असरदार होती है। इसलिए आंवला, करेला, नीम, मेथी दाना और एलोवेरा शुगर कम करने के उपाय में अचूक होती है।
- ज्वार की रोटी बहुत फायदेमंद होती है|उसके बाद बाजरा और फिर मक्का|
- डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति को गुड का सेवन नहीं करना चाहिए|
- तुलसी की पत्तियों में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं| इसके अलावा इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पैंक्रियाटिक बीटा सेल्स को इंसुलिन के प्रति सक्रिय बनाती हैं| ये सेल्स इंसुलिन के स्त्राव को बढ़ाती हैं|सुबह उठकर खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्ती चबाएं|




